उत्तराखण्ड : विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए विशेष व्यय प्रेक्षक मधु महाजन ने निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में बैठक की
उत्तराखण्ड में विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए विशेष व्यय प्रेक्षक सुश्री मधु महाजन ने रविवार को गढ़ी कैंट में देहरादून में तैनात व्यय प्रेक्षक नवनीत मनोहर एवं दिलीप कुमार सिंह, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल, जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार एवं राज्य नोडल अधिकारी व्यय मनमोहन मैनाली के साथ निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने राज्य में विधानसभा सामान्य निर्वाचन से संबंधित विभिन्न जानकारियां ली। राज्य में विधानसभा समान्य निर्वाचन 2022 में 21 व्यय प्रेक्षकों की तैनाती की गई है। पहली बार विशेष व्यय प्रेक्षक की तैनाती की गई है। विशेष व्यय प्रेक्षक सुश्री मधु महाजन द्वारा सभी व्यय प्रेक्षकों से व्यय से संबंधित सभी गतिविधियों की जानकारी ली जा रही है।
विशेष व्यय प्रेक्षक सुश्री मधु महाजन ने कहा कि राज्य में सकुशल निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय। पार्टी एवं प्रत्याशियों द्वारा किये जा रहे सभी खर्चों पर पूरी सतर्कता के साथ नजर रखी जाय। उन्होंने गढ़वाल कमिश्नर एवं डीआईजी गढ़वाल के साथ बैठक करते हुए कहा कि अति संवेदनशील क्षेत्रों एवं बार्डर एरिया में निरन्तर निगरानी रखी जाय। नकदी एवं अवैध शराब एवं ड्रग्स पर विशेष निगरानी रखी जाय। यह सुनिश्चित किया जाय की निर्वाचन से जुड़े सभी कार्मिक आपसी समन्वय से कार्य कर सभी गतिविधियों पर पूरी नजर रखें।
गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा कि गढ़वाल मंडल के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से लगातार समन्वय स्थापित किया जा रहा है। आचार संहिता के उल्लंघन, अवैध शराब एवं नकदी पर निरन्तर नजर रखी जा रही है तथा संबंधित पर शीघ्र कारवाई की जा रही है। बार्डर ऐरिया वाले जनपदों में जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों द्वारा निरन्तर निगरानी रखी जा रही है।
डीआईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल ने कहा कि चेक पोस्टों पर लगातार वाहनों की चेकिंग की जा रही है। फ्लाइंग स्क्वायड, स्टैटिक सर्विलांस टीम एवं अन्य कार्मिकों की पर्याप्त तैनाती की गई है। जो सभी क्षेत्रों में पूरी सतर्कता के साथ नजर रखे हुए हैं। नाकों पर निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
राज्य नोडल अधिकारी व्यय मनमोहन मैनाली ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रत्याशी का निर्धारित सीमा के अनुसार पूरा व्यय वैध चीजों पर हो। उत्तराखण्ड में 2017 में हुए विधानसभा एवं 2019 में हुए लोक सभा चुनाव की अपेक्षा इस बार के विधानसभा चुनाव में जब्ती अधिक हुई है। उन्होंने जानकारी दी कि अभी तक 03 करोड़ से अधिक की नकद धनराशि, 04 करोड़ से अधिक की धनराशि के मादक पदार्थ, लगभग 60 हजार लीटर अवैध शराब बरामद हो चुकी है। 284 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों के साथ ही कुछ कीमती धातु एवं सामग्री जब्त की गई है। अभी तक कुल 11 करोड़ से अधिक मूल्य की जब्ती हो चुकी है। फ्लाईंग स्क्वाड एवं स्टेटिक सर्विलांस टीम, vst द्वारा 24 घण्टे निगरानी रखी जा रही है। इस बार व्यय अनुवीक्षण के लिए प्रदेश में अन्य एजेंसियों के साथ भी समन्वय स्थापित किया गया है। पुलिस, आबकारी व आयकर विभाग द्वारा नियमित रिपोर्टिंग की जा रही है। उन्होंने राज्य कर सीजीएसटी, डीजीजीआई, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की जब्ती की कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।