Thursday, December 26, 2024
उत्तराखंड

स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ठ कार्य के लिए सम्मानित हुए जाने-माने फिजिशियन डॉ एसडी जोशी

देहरादून:– देहरादून में डांडा राजीव नगर स्थित लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। उन्होंने इस आयोजन की सराहना की। यह रक्तदान शिविर 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया।

रक्तदान से बड़ा जीवन में कोई पुण्य कार्य नहीं, स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान जरूर करें- महेंद्र भट्ट

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति को साल में एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे आप दूसरों को जिंदगी दे सकते हैं। उन्होंने लोेगों से अपील की कि समाज में रक्तदान और अंगदान के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास करें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में रक्तदान की बहुत कमी थी। डेंगू और कोरोना जैसी महामारी के समय भी रक्त की जरूरत होती है। यदि समाज जागरूक होगा तो कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ठ कार्यों के लिए जाने-माने फिजिशियन डॉक्टर एस जोशी को शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने डॉक्टर जी जोशी की तारीफ करते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन मानव सेवा को समर्पित रहा है। इस मौके पर कई अन्य सामाजिक कार्यकर्त्ताओं और पत्रकारों को भी उनके अच्छे कार्यों के लिए सम्मानित भी किया। शिविर में स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ भी पहुंचे। उन्होंने रक्तदान को महादान बताया और आयोजकों की सराहना की। संस्कृति विभाग की उपाध्यक्ष मधु भट्ट भी शिविर में पहुंची।

एक अनजान से खून का रिश्ता बना देता है रक्तदान- डॉ एसडी जोशी

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉक्टर एसडी जोशी ने कहा हम सभी स्वैच्छिक रक्तदाताओं का मानवता की निस्वार्थ सेवा के लिए आभार व्यक्त करते हैं। आइए हम अधिक लोगों, विशेष रूप से युवाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करें और कीमती जीवन बचाने के लिए स्वेच्छा से रक्तदान करें। रक्तदान महादान कहलाता है क्योंकि हमारा रक्त मुसीबत में किसी के काम आता है और हम एक अनजान से खून का रिश्ता बना लेते हैं। जब किसी अपने का जीवन खतरे में हो तब रक्त की महत्ता समझ में आती है। आज हमारे द्वारा किया गया रक्तदान किसी जरूरतमंद के जीवन को बचाने में सहायक होगा। रक्त के लिए कभी किसी का जीवन समाप्त न हो इस बात की जिम्मेदारी हम सब पर है। कहा कि सभी लोगों को जागरूक करें और समय-समय पर सभी को रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने कहा जरूरतमंद मरीजों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण रक्त उपलब्ध कराने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ाने की आवश्यकता से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18-65 वर्ष है, वह वर्ष में चार बार रक्तदान कर सकता है। ऐसा करके वो एक बहुमूल्य जीवन बचा सकता है। रक्तदान से बहुत कोई दान नहीं है।

श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर में रक्तदान शिविर का आयोजन

लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर के संयोजक राजेश रावत ने बताया कि यह उनका नौंवा रक्तदान शिविर है। वह मानते हैं कि रक्तदान शिविर के माध्यम से लोगों में जागरूकता भी आती है और जरूरतमंदों के लिए रक्त भी उपलब्ध होता है। मंच संचालन विजय उनियाल ने किया। शिविर में कुल 87 यूनिट से अधिक रक्तदान किया गया। एक यूनिट से 03 लोगों की जान बचती है। इसलिए 87 यूनिट रक्तदान से 250 से अधिक जरूरतमन्द मरीजों की मदत्त हो सकेगी। शिविर में कई पत्रकारों और युवतियों ने भी रक्तदान किया। शिविर महंत इंद्रेश अस्पताल ब्लड बैंक के सहयोग से लगाया गया था। इस टीम में अमित चंद्रा, डा. सोनाली, दानिश, विवेक, विकास शामिल थे। इस मौके पर डा. एसडी जोशी, डा.एम चक्रवर्ती, विचार एक नई सोच संगठन के राकेश बिज्लवाण, सीओ सिटी नीरज सेमवाल, प्रकाश बडोनी, गंगाधर पंवार, राकेश पंवार, मयंक राना, गोपेश्वर सेमवाल, बालेश्वर रावत, अंकित रौथाण, बार एसोसिएशन के महासचिव राजवीर सिंह बिष्ट, महेंद्र आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।