रुड़की के हरीश चांदना प्रकरण में एसएसपी ने दी अनोखी सजा, अंत्येष्टि में सहयोग करेंगे दरोगा और सिपाही 2 दिन तक श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार में आए लोगों को देना होगा भावनात्मक सहयोग
हरिद्वार: दिनांक 23-10-2022 को रेल की चपेट में आए मृतक का अज्ञात व्यक्ति के रूप में क्रियाकर्म करने तथा थाना स्तर से गुमशुदगी दर्ज करने में अनावश्यक देरी तथा बाद में अज्ञात शव की पहचान बतौर हरीश चांदना होने सम्बन्धी प्रकरण में एसएसपी हरिद्वार श्री अजय सिंह द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जिम्मेदारी एसपी ग्रामीण स्वप्न किशोर को दी थी।
जांच उपरांत एसपी ग्रामीण स्वप्न किशोर द्वारा प्रकरण कर्मियों में परस्पर संवाद की कमी, अज्ञात शव की पहचान के लिए पर्याप्त प्रयास न करने व अनजाने में लापरवाही बरतने का नतीजा बताया।
जिस पर एसएसपी हरिद्वार द्वारा एसएचओ गंगनहर को अंजाने में हुई लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाते हुए कोतवाली गंगनहर में तैनात उपनिरीक्षक नवीन सिंह व थाना कार्यालय में तैनात कांस्टेबल चेतन सिंह तथा संतोष को दिनांक 14-11-2022 व 15-11-2022 को क्रमशः खड़खड़ी घाट, सती घाट व चण्डीघाट पर आठ-आठ घंटे मौजूद रहकर आने वाले शवों के शवदाह में सहयोग करने का मानसिक/भावनात्मक/सामाजिक दण्ड दिया गया ताकि हरीश चांदना प्रकरण में बरती गई लापरवाही का कर्मियों को पश्चाताप हो व अपनी दिन-रात की नौकरी के बीच सामाजिक व्यवस्थाओं एवं उनमें अंतर्निहित भावनाओं को कर्मचारीगण समझें व भविष्य में ऐसी लापरवाही की पुनरावृति न हो।