Friday, December 27, 2024
क्राइमराष्ट्रीय

दिल्ली- पंजाब में हथियार सप्लाई करने वाले सिंडिकेट का भंडाफोड़, स्पेशल सेल ने दो लोगों को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को दिल्ली और पंजाब में अपराधियों और गिरोहों को अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। साथ ही टीम ने इसमें शामिल दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान पंजाब के अमृतसर निवासी 26 वर्षीय शमशेर सिंह और 24 वर्षीय लवदीप सिंह के रूप में हुई है। इनके पास से 32 कैलिबर की 12 अर्ध-स्वचालित पिस्तौल भी बरामद की गई है।

पुलिस को दिल्ली के मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास 20 जुलाई को रात 9 बजे से 10 बजे के बीच अपराधियों को अवैध हथियारों की सप्लाई करने की तस्करों की योजना के बारे में विशेष जानकारी मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की।
टीम ने जब आरोपियों की तलाशी ली तो शमशेर के बैग में 32 बोर की सात पिस्तौलें, जबकि लवदीप के बैग में 32 बोर की पांच पिस्तौलें मिली थीं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें पांच पिस्तौल दिल्ली में अपराधियों को बेचनी थी, जबकि सात पिस्तौल पंजाब के अमृतसर के कुख्यात पेजा गैंग के सदस्यों को देनी थी।

विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष सेल) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि आरोपियों ने आगे खुलासा किया कि उन्होंने मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से 30,000 रुपये में प्रत्येक पिस्तौल खरीदी थी, जिसे अपराधियों को 50,000 रुपये में बेचा जाना था। पुलिस ने शमशेर को 2019 में बाइक चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया था और उसे अमृतसर जेल में बंद किया गया था। जेल में उसकी दोस्ती मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के तारा सिंह से भी हो गई थी, जो आर्म्स एक्ट के एक मामले में अमृतसर जेल में बंद था।

स्पेशल सीपी ने कहा कि अधिक पैसे कमाने और अपने ड्रग के खर्चों को पूरा करने के लिए, शमशेर ने पास के गांव के एक साथी नशेड़ी लवदीप को लालच दिया। दोनों ने मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से अवैध असलहों की खेप लेकर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचने की योजना बनाई थी।

दोनों बुरहानपुर गए और तारा सिंह से हथियार खरीदे। ये हथियार दिल्ली और पंजाब में गैंगस्टरों और स्थानीय अपराधियों तक पहुंचाए जाने थे। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस नेटवर्क के सभी लोगों की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है।

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