Friday, December 27, 2024
उत्तराखंड

डीएम ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी से छीने कई काम, दून नगर निगम के कार्यों का नये सिरे से बंटवारा

देहरादून- जिलाधिकारी ने नगर निगम देहरादून में वर्षों से चली आ रही कार्य प्रणाली को कार्यभार ग्रहण करने के पांचवे दिन ही बदल दिया।  वर्षों पुरानी चली आ रही कार्य प्रणाली को जिलाधिकारी ने एक झटके में बदला।

सफाई व्यवस्था एवं मॉनिटिरिंग, कूड़ा उठान, कूड़ा वाहन संचालन, फॉगिंग, सत्यापन का कार्य अब  उप नगर आयुक्त  देखेंगे । इससे पहले मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी देखते थे यह कार्य।

मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी  केवल अपने पद के मूल कार्य स्वास्थ्य विभाग से समन्वय, शहरी क्षेत्र में डेंगू-मलेरिया रोकथाम, सर्विलांस, स्वास्थ्य जोखिम आंकलन आदि कार्य देखेंगे।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने सफाई कार्यों के सफाई व्यवस्था एवं मॉनिटिरिंग, कूड़ा उठान, कूड़ा वाहन संचालन, फॉगिंग, कार्य सत्यापन सम्बन्धी कार्य देख रहे मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी से यह कार्य हटाते हुए उनके पद के मूल कार्य दिए गए हैं,  अब वे अपने पद के मूल कार्य स्वास्थ्य विभाग से समन्वय, शहरी क्षेत्र में डेंगू-मलेरिया रोकथाम, सर्विलांस, स्वास्थ्य जोखिम आंकलन आदि कार्य करेंगे। सफाई व्यवस्था एवं मॉनिटिरिंग, कूड़ा उठान, कूड़ा वाहन संचालन, फॉगिंग, सत्यापन कार्य अब उप नगर आयुक्त द्वारा किया जाएगा, जिसके लिए जिलाधिकारी की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं।

जिलाधिकारी नगर निगम के सफाई कार्यों की स्वंय मॉनिटिरिंग कर रहे हैं, उन्होंने कूड़ा उठान कार्यों एवं मॉनिटिरिंग में लचर व्यवस्था पाए जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी। यह सभी कार्य उप नगर आयुक्त का है, जबकि जनपद में कई वर्षों से यह कार्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अपने पद के अन्य कार्यों के साथ कर रहे थे, जिसको जिलाधिकारी ने अब बदल दिया है।

नगर निगम अंतर्गत स्वच्छता समिति, कूड़ा उठान वाहन एवं अनुबंधित कंपनी के कार्यों के सत्यापन हेतु अपनाई गई कार्यप्रणाली पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए सफाई कार्यों में गुणवत्ता एवं सत्यापन कार्यों में पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी सविन बंसल  ने कार्यभार ग्रहण करने के दूसरे ही दूसरे ही दिन 6 सितम्बर को देर शाम नगर निगम पंहुचकर सफाई व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को तलब किया।  कूड़ा निस्तारण कार्यों की भी समीक्षा करते हुए अनुबन्धित कम्पनियों को कार्य प्रवृत्ति में सुधार लाने हेतु 45 दिन की मोहलत दी है। जिलाधिकारी स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि कार्यों में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।