Sunday, December 14, 2025
उत्तराखंडहेल्थ

चिकित्सा जगत में क्रांति: ग्राफिक एरा अस्पताल ने रचा कीर्तिमान, बिना ऑपरेशन 50 लोगों को दिया ‘नया जीवन’ और निगलने की क्षमता

उत्तराखंड में पीओईएमएस (POEMS) तकनीक का सफल प्रयोग: अवरुद्ध आहार नली खोलने की जटिल प्रक्रिया में 50 सफल मामले। डॉ. सचिन देव मुंजाल के नेतृत्व में ग्राफिक एरा उत्तर भारत के चुनिंदा केंद्रों में शामिल, मरीजों की जीवन गुणवत्ता में तेजी से सुधार।

देहरादून: उत्तराखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में ग्राफिक एरा अस्पताल ने एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने बिना किसी पारंपरिक सर्जरी के अवरुद्ध आहार नली खोलने के 50 जटिल मामलों में सफलतापूर्वक उपचार किया है। यह उपलब्धि न केवल अस्पताल के लिए, बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए चिकित्सा जगत में एक बड़ी छलांग है।

POEMS तकनीक: कम दर्द, तेज़ रिकवरी

यह सफलता गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के हेड डॉ. सचिन देव मुंजाल के कुशल नेतृत्व में हासिल की गई है। यह आधुनिक प्रक्रिया पीओईएमएस (POEMS – Peroral Endoscopic Myotomy) के नाम से जानी जाती है, जो ऐक्लेशिया कार्डिया और आहारनली संबंधी अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज करती है।

मानवीय लाभ और प्रक्रिया की विशेषताएँ:

  • बिना चीरा: पारंपरिक सर्जरी के विपरीत, यह प्रक्रिया मुंह के रास्ते एंडोस्कोप की सहायता से की जाती है, जिससे कोई बाहरी चीरा नहीं लगता।

  • तेज़ स्वास्थ्य लाभ: यह बेहद कम दर्द वाली प्रक्रिया है। डॉ. सचिन ने बताया कि पीओईएमएस के बाद मरीज बहुत जल्दी अपने सामान्य जीवन और खान-पान में लौट सकते हैं, जिससे उनकी जीवन की गुणवत्ता में नाटकीय रूप से सुधार आता है।

  • बीमारी की कार्यप्रणाली पर ध्यान: डॉ. मुंजाल ने कहा कि इस तकनीक से अब केवल लक्षणों को दबाने पर नहीं, बल्कि बीमारी की मूल कार्यप्रणाली को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

डॉ. सचिन के नेतृत्व में ग्राफिक एरा अस्पताल का गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग अब उत्तर भारत के उन चुनिंदा और प्रतिष्ठित केंद्रों में शामिल हो गया है, जहाँ यह उच्च-स्तरीय एंडोस्कोपिक प्रक्रिया नियमित रूप से और उच्च सफलता दर के साथ की जा रही है। यह उपलब्धि राज्य के निवासियों के लिए एक वरदान है, जिन्हें अब जटिल रोगों के इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर नहीं देखना पड़ेगा।