Monday, December 15, 2025
उत्तराखंड

‘विकसित भारत @2047’ के संकल्प के साथ PRSI अधिवेशन संपन्न; वन मंत्री सुबोध उनियाल का आह्वान—पलायन रोकने को युवाओं का कौशल विकास आवश्यक

देहरादून में 3 दिवसीय मंथन खत्म: कैबिनेट मंत्री ने AI के युग में दक्षता पर दिया जोर; विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ ने CM धामी की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में जनसंचार की निर्णायक भूमिका बताई।

देहरादून: पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन “विकसित भारत @2047” के सशक्त संकल्प के साथ सोमवार को देहरादून में भव्य रूप से संपन्न हो गया। देशभर के जनसंपर्क, संचार एवं मीडिया क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों की सहभागिता में हुए इस गहन मंथन ने जनसंचार की निर्णायक भूमिका और राष्ट्र निर्माण में संवाद के योगदान पर प्रकाश डाला।

AI के युग में युवाओं का कौशल: पलायन का समाधान

समापन सत्र के मुख्य अतिथि, कैबिनेट मंत्री एवं वन मंत्री सुबोध उनियाल ने मानवीय और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और आधुनिक तकनीक का युग है। ऐसे में युवाओं को अधिक स्किल्ड और दक्ष बनाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

  • रिवर्स माइग्रेशन: मंत्री उनियाल ने स्पष्ट किया कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और आवश्यक कौशल उपलब्ध कराकर पलायन जैसी समस्या पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है, जिससे रिवर्स माइग्रेशन को बढ़ावा मिलेगा।

  • वैश्विक दृष्टिकोण: उन्होंने कहा कि जनसंचार देश को सशक्त बनाने का माध्यम है। राष्ट्र को मजबूत आर्थिक शक्ति बनाने में संचार से जुड़े लोगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए सकारात्मक, तथ्यपरक और राष्ट्रहित में संवाद को आगे बढ़ाना होगा।

मुख्यमंत्री की योजनाओं के सारथी बनें संचारकर्मी

अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के निर्माण में जनसंचार की निर्णायक भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने जनसंपर्क प्रतिनिधियों से विशेष आग्रह किया:

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में आप सेतु और सारथी की भूमिका निभाएँ। यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।”

ऊर्जा नवाचार और देहरादून चैप्टर की सराहना

  • ग्रीन एनर्जी: इंडियन ऑयल, फरीदाबाद के डायरेक्टर आलोक शर्मा ने ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों पर जोर देते हुए बताया कि ग्रीन एनर्जी, बायो फ्यूल और अफोर्डेबल एनर्जी को बढ़ावा देने पर फोकस किया जा रहा है, ताकि 2027 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य किया जा सके।

  • अगला पड़ाव: पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पाठक ने देहरादून चैप्टर की सराहना की। देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया ने घोषणा की कि पीआरएसआई की अगली राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस वर्ष 2026 में भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित की जाएगी।

कार्यक्रम का समापन जनसंचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने और राष्ट्रगान के साथ हुआ।