Tuesday, December 23, 2025
उत्तराखंड

“शौर्य को नमन, वीरों को वंदन”: कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर पहुंचे CM धामी; शहीदों को दी श्रद्धांजलि, अग्निवीरों के साथ साझा किया सेना का जोश

रानीखेत में सैनिकों और उनके परिजनों से मिले मुख्यमंत्री; आधुनिक हथियारों और प्रशिक्षण का लिया जायजा। बोले मुख्यमंत्री— “PM मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर बनी सेना, दुश्मनों को दे रही मुंहतोड़ जवाब।”

रानीखेत (अल्मोड़ा): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को रानीखेत स्थित कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र (KRC) पहुंचकर देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर बलिदानियों को पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सैन्य परम्पराओं के बीच मुख्यमंत्री का यह दौरा सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने वाला और सैन्य परिवारों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को प्रकट करने वाला रहा।

सैनिकों और अग्निवीरों से संवाद: “आप देश का गर्व हैं”

श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे सैनिकों और अग्निवीरों से सीधा संवाद किया। उन्होंने उनके अदम्य साहस और देश सेवा के प्रति जज्बे की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड का हर परिवार सेना से जुड़ा है और यह वीरों की भूमि है।

“एक सैनिक का बेटा होने के नाते, सेना के अनुशासन और त्याग को मैं करीब से समझता हूँ। आप केवल सीमा की रक्षा नहीं कर रहे, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के भरोसे की रक्षा कर रहे हैं।”पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

आधुनिक तकनीक और ‘वीर नारी’ कल्याण का अवलोकन

मुख्यमंत्री ने रेजीमेंट केंद्र में प्रशिक्षण की आधुनिक व्यवस्थाओं और सेना में शामिल किए गए आधुनिक हथियारों का बारीकी से अवलोकन किया।

  • कल्याणकारी गतिविधियां: मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ‘वीर नारियों’ (युद्ध विधवाओं) के कल्याण के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी ली।

  • सैन्य आत्मनिर्भरता: उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय सेना अब रक्षा सामग्री के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं है। आज हमारी सेना ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वदेशी हथियारों से लैस होकर दुश्मनों की गोलियों का जवाब गोलों से दे रही है।

सरकार का ‘सैन्य धर्म’: सम्मान और सुरक्षा का वादा

मुख्यमंत्री धामी ने दोहराया कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों के लिए ‘पूर्ण प्रतिबद्धता’ के साथ काम कर रही है। उन्होंने राज्य की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया, जिनके तहत:

  1. शहीद आश्रितों को दी जाने वाली सम्मान राशि में ऐतिहासिक वृद्धि की गई है।

  2. शिक्षा, स्वास्थ्य और पेंशन संबंधी सेवाओं को डिजिटल और सुलभ बनाया गया है।

  3. स्वरोजगार और सरकारी नौकरियों में सैन्य परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है।

इस भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ सैनिकों के परिवारजनों से भी मुलाकात की और उनकी कुशलक्षेम जानी। मुख्यमंत्री का यह दौरा रानीखेत और पूरे प्रदेश के सैन्य बाहुल्य क्षेत्रों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर गया।