इनवेस्टर्स का भरोसा जुटाने की कोशिश में अडानी ग्रुप, समय से पहले लौटा रहा 8,300 करोड़ रुपए
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ाने की हर संभव कोशिश में जुटा है। इसी कड़ी में अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के बीच प्रमोटर ने कॉलेटरल के रूप में शेयरों के बदले लिए गए 1.11 बिलियन डॉलर (8300 करोड़ रुपए) के लोन का प्री पेमेंट करने का प्रोसेस शुरू कर दिया है। इन शेयरों की मैच्योरिटी सितंबर 2024 को पूरी हो रही थी। ग्रुप ने स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा कि प्री पेमेंट के लिए, अडानी पोर्ट और एसईजेड, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी में शेयर गिरवी रखे गए थे। जिनका प्री पेमेंट समय ये पहले किया जा रहा है।
अडानी पोर्ट में, 168.27 मिलियन शेयर, जो प्रमोटर की 12 फीसदी हिस्सेदारी है, जारी किए जाएंगे। अडानी ग्रीन एनर्जी में, 27.56 मिलियन शेयर, या प्रमोटर्स की 3 फीसदी हिस्सेदारी जारी की जाएगी। अडानी ट्रांसमिशन में, 11.77 मिलियन शेयर या प्रमोटर्स की 1.4 फीसदी हिस्सेदारी जारी की जाएगी। कंपनी ने कहा कि प्रीपेमेंट लोन का कदम इसलिए लिया गया है ताकि निवेशकों को विश्वास हो सके कि ग्रुप की बैलेंस शीट और लोन पेमेंट करने की क्षमता दोनों मजबूत है।
इस घोषणा से अडानी पोर्ट्स के शेयरों को कुछ राहत मिली, जो 6 फीसदी बढक़र 528.40 रुपये हो गया और निफ्टी 50 पर टॉप गेनर है। हालांकि, अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पॉवर और अडानी विल्मर 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। अडानी ट्रांसमिशन के शेयर में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर करीब 2 फीसदी गिरकर 1,564.90 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।