ईडी का ‘डबल धमाका’: सपा-टीएमसी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को एक कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समाजवादी पार्टी के नेता विनय शंकर तिवारी के आवास सहित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा में दस स्थानों पर छापेमारी की। इसके अलावा ईडी कथित भूमि कब्जा मामले में फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के खिलाफ अपनी नई चल रही जांच में पश्चिम बंगाल में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर छापेमारी की। मामले में टीएमसी नेता और अन्य संदिग्धों के परिसरों पर अभी भी छापेमारी जारी है। एजेंसी ने शाहजहां को 29 फरवरी को जांच में शामिल होने के लिए नया समन जारी करने के एक दिन बाद ये छापेमारी की।
उत्तर प्रदेश में संघीय एजेंसी का लखनऊ क्षेत्र गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड से संबंधित कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 17 के तहत तलाशी अभियान चला रहा है। कंपनी सड़कों के निर्माण, टोल प्लाजा के संचालन और सरकारी ठेकों का काम करती है। समूह के मुख्य प्रवर्तक विनय शंकर तिवारी, रीता तिवारी और अजीत पांडे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर और नोएडा, गुजरात के अहमदाबाद और हरियाणा के गुरुग्राम में मामले में शामिल आरोपी व्यक्तियों से जुड़े 10 परिसरों पर छापे मारे गए और तलाशी अभी भी जारी है।
बता दें कि 5 जनवरी को चलाए गए इसी तरह के एक तलाशी अभियान में, ईडी अधिकारियों पर उस समय हमला किया गया था, जब वे उत्तरी 24 परगना जिले में शाहजहां और साथी टीएमसी नेता शंकर आध्या के आवासों पर छापेमारी करने जा रहे थे। टीएमसी नेता के समर्थक माने जाने वाले लगभग 200 स्थानीय लोगों ने अधिकारियों और सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को घेर लिया, और उन्हें शाहजहाँ के आवास पर छापा मारने से रोक दिया। इस घटना में ईडी के दो अधिकारी घायल हो गये।