भारत के गोल्ड आयात में 30 प्रतिशत की आई कमी, घटकर 31.8 अरब डॉलर रही
नई दिल्ली: भारत के गोल्ड आयात में अप्रैल-फरवरी 2023 के बीच 30 प्रतिशत की कमी आई है और यह घटकर 31.8 अरब डॉलर रह गया है। गोल्ड के आयात में कमी ऐसे में समय पर आई जब सरकार की ओर से पिछले साल पीली धातु पर कस्टम ड्यूटी में इजाफा किया गया था। पिछले साल इसी अवधि में गोल्ड का आयात 45.2 अरब डॉलर का था। गोल्ड के आयात में अगस्त 2022 के बाद से ही गिरावट देखी जा रही है। गोल्ड के आयात में बेशक गिरावट देखने को मिल रही हो, लेकिन अप्रैल-फरवरी 2023 के दौरान चांदी के आयात में 66 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिल रही है।
सराकार की ओर से गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी में इजाफा करने का बड़ा कारण बढ़ता हुआ व्यापारिक घाटा था, लेकिन गोल्ड का आयात कम होने से इसे कुछ खास सहारा मिलता हुआ नजर नहीं आ रहा है। अप्रैल -फरवरी 2023 के बीच व्यापारिक घाटा 247.52 अरब डॉलर पहुंचने का अनुमान है, जो कि एक साल पहले 172.53 अरब डॉलर था। बता दें, केंद्र सरकार के द्वारा पिछले साल चालू खाते घाटे को कम करने के लिए गोल्ड पर आयात शुल्क 10.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया था। भारत दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड का आयतक देश है।
देश में हर साल करीब 800 से 900 टन गोल्ड का आयात किया जाता है। इसमें से अधिक गोल्ड का इस्तेमाल ज्वेलरी बनाने के लिए किया जाता है। पिछले वित्त वर्ष में अप्रैल से लेकर फरवरी तक ज्वेलरी निर्यात में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह 35.2 अरब डॉलर रहा है।