Tuesday, September 17, 2024
उत्तराखंड

78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा भवन में किया ध्वजारोहण

देहरादून- देश के 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा भवन में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस अवसर पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ भी उपस्थित रहे।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले वीरों, शहीदों की शहादत को याद किया। उन्होंने ध्वजारोहण के बाद प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।

अपने संबोधन में ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि यह दिन न केवल हमारे देश की आज़ादी का जश्न मनाने का दिन है, बल्कि यह हमें उन बलिदानों की भी याद दिलाता है, जिसके परिणाम स्वरूप हमे आज़ादी मिली। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने किस प्रकार से अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता की अमूल्य धरोहर सौंपी है। मैं उन सभी महान आत्माओं को नमन करती हूँ, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। साथ हीं उन्होंने इस विशेष अवसर पर, कवि प्रदीप की लिखी चंद पंक्तियों को दोहराया:

ऐ, मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने हैं प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के घर ना आए,

हाल ही में देश की रक्षा करते हुए उत्तराखंड के वीर जवान सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी, नायक विनोद सिंह ने देश के लिए अपनी सहादत दी। कल भी हमारे देश और उत्तराखंड राज्य के लिए कश्मीर के डोडा जिले से एक दुखद समाचार आया कि आतंकियों से लोहा लेते हुए वीर 25 वर्षीय कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गये। सभी अमर सहीदों को श्रदांजलि अर्पित किया।

ऋतु खण्डूडी भूषण ने प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के संबंध में कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  का 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प, न केवल एक राष्ट्रीय लक्ष्य है, बल्कि यह प्रत्येक भारतीय के सपनों और आकांक्षाओं का प्रतिबिंब भी है। इस विकसित भारत के निर्माण में उत्तराखंड की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड के हर व्यक्ति में राष्ट्र सेवा की भावना कूटकूट कर भरी हुई है और यह भावना विकसित भारत के निर्माण में एक मजबूत आधार प्रदान करेगी।

अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष ने केरल के वायनाड और उत्तराखंड में आई आपदा का जान गवाने वालों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्ति की उन्होंने गढ़वाल के बूढ़ाकेदार, तिंगाढ़-तोली और कुमाऊ के जागेश्वर, मुनस्यारी में बादल फटने पर अपना दुःख जताया और प्रभावितों के प्रति अपने संवेदनाएं व्यक्ति की।

खण्डूडी ने प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए”एक पेड़ मां के नाम”अभियान को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की सराहना करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देती है, बल्कि मातृत्व और महिलाओं के सम्मान को भी एक नई ऊंचाई देती है। इस अभियान के माध्यम से लोग अपने माताओं के नाम पर पेड़ लगाते हैं।

विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में विधानसभा सचिवालय में ई विधानसभा को लेकर जानकारी देते हुए बताया की उत्तराखण्ड विधानसभा अब ई-विधानसभा होने जा रही है। नेशनल ई- विधान एप्लीकेशन (नेवा) योजना के तहत नवंबर-दिसंबर माह में होने वाले शीतकालीन सत्र से ई-विधानसभा शुरू करने की तैयारी है। देहरादून और गैरसैण विधानसभा भवन में ई- विधानसभा के लिए मरम्मत और नवीनीकरण के कार्य चल रहे हैं। इस नई पहल के माध्यमसे हम अपनी विधानसभा को और भी अधिक पारदर्शी, सुलभ और प्रगतिशील बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। ई-विधानसभा का उद्देश्य न केवल कार्यप्रणाली को डिजिटल बनाना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि हमारे जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच संवाद और सूचनाओं की उपलब्धता सुगम हो ।उन्होंने कहा की हमारे विधानसभा का हर कार्य अब डिजिटल रूप में होगा, जिससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। इससे न केवल हमारे विधायकगण, बल्कि जनता को भी विधानसभा की गतिविधियों के बारे में सटीक और त्वरित जानकारी प्राप्त होगी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कार्मिकों से अपील कि सभी ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा से अपने दायित्व एवं कार्यों का निर्वहन करें एवं प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

अपने संबोधन के पश्चात विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित बच्चों को मिष्ठान और पुरस्कार वितरित किए साथ ही उन्होंने विधानसभा सचिवालय में चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया ।

इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी ने यमुना कॉलोनी स्थित अपने शासकीय आवास पर भी ध्वजारोहण किया।