Friday, December 27, 2024
उत्तराखंड

भूस्खलन से अवरुद्ध 179 सड़कों में से 52 सड़कों को खोल दिया गया है- महाराज

  • लोनिवि मंत्री ने मानसून के दौरान समस्त विभागीय फील्ड अधिकारियों को दूरभाष पर उपलब्ध रहने के दिये निर्देश
  • सड़कों को खोलने के लिए 468 जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर, व्हीललोडर, व्हील डोजर तैनात

देहरादून: मानसून सीजन को लेकर लोक निर्माण विभाग ने प्रभावी कार्य योजना तैयार की है। भारी वर्षा व भूस्खलन के कारण अवरुद्ध 179 सड़कों में से अभी तक 52 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। सड़कों को खोलने के लिए कुल 468 जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर, व्हीललोडर, व्हील डोजर आदि मशीनों को चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर तैनात किया गया है। इन मशीनों में एआईएस मॉडल जीपीएस लगाया गया है जिससे उनके मूवमेन्ट की सूचना ऑनलाइन उपलब्ध हो सके।

उक्त बात प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने मानसून सीजन को लेकर बुधवार को प्रमुख अभियंता कार्यालय, लोक निर्माण विभाग, यमुना कॉलोनी स्थित भवन में लोक निर्माण विभाग की तैयारियों को लेकर हुई एक बैठक के दौरान कही। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की स्थिति का आंकलन करने के साथ-साथ भूस्खलन से अवरुद्ध सड़कों से मलबा हटाने के प्रबंधन की भी विभागीय अधिकारियों से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

लोक निर्माण मंत्री महाराज ने बताया कि प्रदेश में कुल 8436 राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग, मुख्य जिला मार्ग, अन्य जिला मार्ग, ग्रामीण मार्ग और हल्के वाहन मार्गों पर मानसून सीजन आपदा प्रबंधन हेतु कार्य योजना बनाकर जेसीबी, पोकलेन, चेन डोजर, व्हीललोडर, व्हील डोजर, ट्रक एवं टिप्पर यूटिलिटी वाहन आदि की सूचना तथा समस्त फील्ड अभियंताओं वह ऑपरेटरों के दूरभाष नंबर इस हेतु सम्मिलित किए गए हैं।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत विभिन्न खंडों द्वारा विभागीय एवं निजी श्रमिकों तथा उपलब्ध मशीनों के माध्यम से मार्गों पर अप्रैल माह से जून 2023 तक 7140 नालियों की साफ सफाई का उचित प्रबंध किया गया है। बैठक के दौरान महाराज ने मानसून के दौरान समस्त विभागीय फील्ड अधिकारियों को दूरभाष पर उपलब्ध रहने के निर्देश देते हुए जनपद स्तर पर आपदा कार्यों हेतु विभिन्न विभागों से आपसी समन्वय स्थापित करने को भी कहा है।

बैठक के दौरान लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों से कहा कि श्रीनगर से आते हुए तोता घाटी के पास अक्सर मार्ग अवरुद्ध हो जाता है जिसका पता बाद में चलता है। ऐसी स्थिति को देखते हुए पहले ही डायवर्जन के समीप इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन या कोई सिस्टम ऐसा लगाना चाहिए जिससे मार्ग अवरुद्ध होने का पता लोगों को पहले ही चल जाए। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन में फ्लाई ओवरों से पानी की निकासी के भी समुचित प्रबंध होने चाहिएं।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गढ़वाल एवं कुमाऊं को जोड़ने के लिए सड़कों की पर्याप्त कनेक्टिविटी होनी चाहिए। लोक निर्माण मंत्री ने बैठक में अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली से वर्चुअल जुड़े लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून सीजन के दौरान सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का सजगता के साथ निर्वहन करें और अवरुद्ध सड़कों को खोलने में किसी प्रकार की कोई कोताही ना बरतें।

महाराज ने पूर्व में बगैर टेंडर के लोगों को काम देने और फिर उनका भुगतान न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कि ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए जिन्होंने काम करवाने के बाद काम करने वालों को भुगतान नहीं किया है। ऐसे सभी लोगों का भुगतान किया जाना चाहिए जिन्होंने उन अधिकारियों के कहने पर कार्य किए हैं।

बैठक में लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे, अपर सचिव विनीत कुमार, प्रमुख अभियंता दीपक कुमार यादव सहित लोक निर्माण विभाग के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

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