यमकेश्वर के खरदूणी गाँव की इगास दे गयी विशेष सन्देश
यमकेश्वर: विकास खण्ड यमकेश्वर के ग्राम खरदूणी गाँव की इगास इस बार विशेष रही, जहां गाँव के बहुत से लोग अपने गाँव वापस आकर इगास को पारम्परिक रूप से मनाया वहीं खरदूणी के युवाओं की पहल पर इगास पर शराब परोसने पर भी पाबन्दी लगायी , ग्रामीणों की इस पहल की क्षेत्र में विशेष चर्चा है, जहाँ आज युवा शराब को प्राथमिकता दे रहे हैं वहीं खरदूणी वासियों की यह पहल निस्संदेह बेहतरीन है, इगास पर्व में खरदूणी वासियों द्वारा पारम्परिक वाद्य यन्त्र ढोल दमाउ, पारम्परिक स्वाली पकोड़ी और मिठाई के साथ पारम्परिक रूप से गौ पूजन किया गया तथा बहुत ही उत्साह से भैलो भी खेला गया।
खरदूणी निवासी जोगेंद्र राणा ने बताया की इस बार गाँव के युवाओं द्वारा खुद हीं भैलो बनाया और शाम को सबने मिलकर गाँव के मंडाण में सामूहिक रूप से भैलो खेला और मंडाण का आयोजन किया गया। उन्होने कहा की इस बार सब लोग गाँव विशेष रूप से इगास के आयोजन के लिए आये थे, युवाओं में उत्साह देखने को मिला। इस बार खरदूनी के युवाओ ने नशामुक्त इगास मनाई, आगे भी इसी तरह मनाने का निर्णय लिया।
बता दे की यमकेश्वर में खरदूनी की इगास पहले से हीं काफी प्रसिद्ध रही है, यमकेश्वर के अमोला मुड़ गाँव, और खरदूनी में मनाई जाती है। खरदूनी गाँव में जिनकी रिश्तेदारी है वह इगास मनाने के लिए विशेष तौर पर खरदूँणी अपने रिश्तेदारो के यँहा जाते है, और आपस में मिलकर इगास मनाते हैँ।