जगदीप धनखड़ से हुए कई नोकझोंक, अब विपक्ष कर रहा हटाने की तैयारी
नई दिल्ली- संसद भवन में इन दिनों ‘मॉनसून सत्र’ चल रहा है. सत्र के दौरान जबरदस्त हंगामा भी देखने को मिलता है. अगर आपने सत्र देखा होगा तो अब तक आपको काफी हलचल भरा दिखा होगा. सभापति जगदीप धनखड़ और सपा से सांसद जया बच्चन के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई है. इन सबको देखते हुए विपक्षी दल उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से ‘हटाने’ के लिए उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67 के तहत प्रस्ताव लाने की खातिर नोटिस देने पर विचार कर रहे हैं.
सूत्रों ने बताया है कि इसके लिए नोटिस पर 87 सांसदों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं. बता दें कि अनुच्छेद 67 (बी) के तहत उप-राष्ट्रपति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत से पारित और लोकसभा द्वारा सहमत एक प्रस्ताव के माध्यम से उनके कार्यालय से हटाया जा सकता है. हालांकि, इस खंड के प्रयोजन के लिए कोई भी प्रस्ताव तब तक पेश नहीं किया जाएगा, जब तक कि प्रस्ताव पेश करने के इरादे से कम से कम 14 दिन का नोटिस न दिया गया हो.
विपक्ष से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि दो दिन पहले राज्यसभा में सदन के नेता जे पी नड्डा को अनौपचारिक रूप से सूचित किया गया था कि विपक्ष धनखड़ को हटाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने पर विचार कर रहा है. सूत्र ने ये भी बताया कि विपक्षी दलों के लिए यह बात बहुत चिंताजनक है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के माइक को बार-बार बंद किया जाता है. विपक्ष चाहता है कि सदन नियम और परंपरा के अनुसार चले और सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणियां अस्वीकार्य हो.
कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई अन्य घटक दलों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ का रवैया हमेशा पक्षपातपूर्ण दिखाई देता है. हालत ये है कि नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने ही नहीं दिया जाता हैं और उनके माइक को बीच में ही बंद कर दिया जाता है.
शुक्रवार को राज्यसभा में जया बच्चन द्वारा सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताए जाने के बाद आसन और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला. जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ के बोलने के लहजे पर आपत्ति जताई. इसके बाद दोनों के बीच नोंकझोंक हो गई और सभापति ने कहा- कि उनके जैसी सेलिब्रिटी को भी शिष्टाचार का पालन करने की आवश्यकता है.
सभापति ने विपक्षी सदस्यों को सदन की गरिमा बनाए रखने की सलाह दी. वहीं, विपक्षी सदस्यों ने अपनी बात रखने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. बाद में संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जया बच्चन ने कहा- कि वह सभापति के बोलने के लहजे से नाराज हैं. उन्होंने ये भी कहा कि सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो उनका माइक बंद कर दिया गया और इससे भी वह (जया) नाराज हैं.
सदन में विवाद तब शुरू हुआ जब सपा सदस्य, कुछ दिन पहले भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी द्वारा खड़गे पर की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों और सभापति के बीच चल रही तीखी बहस पर अपनी बात रखना चाहती थीं.