यूके में 100 से अधिक भारतीय स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को किया जाएगा नियुक्त
लंदन: स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए भारत से 100 से अधिक स्वास्थ्य पेशेवरों की नियुक्ति ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ट्रस्ट द्वारा की जाएगी, जो यॉर्क और स्कारबोरो अस्पताल चलाता है। यॉर्क और स्कारबोरो टीचिंग हॉस्पिटल्स एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट ने केरल की भर्ती यात्रा के बाद 97 पंजीकृत नर्सों और 10 संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवरों सहित 107 चिकित्सा कर्मचारियों को प्रस्ताव दिया है।
ट्रस्ट के निदेशक मंडल के सदस्यों को बताया गया, ट्रस्ट ने अप्रैल-नवंबर 2023 के बीच अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग भर्ती का समर्थन करने के लिए एनएचएस इंग्लैंड फंडिंग के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और 90 अंतरराष्ट्रीय नर्सों के लक्ष्य का संकेत दिया है, जिस 450,000 पाउंड खर्च हो सकता है।
ट्रस्ट ने कहा कि आवेदनों की प्रक्रिया चल रही है।
न्यूयॉर्क और स्कारबोरो अस्पतालों को चलाने वाले ट्रस्ट में इस साल जनवरी में वयस्क इनपेशेंट क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सहायता श्रमिकों के लिए 11.5 प्रतिशत रिक्ति दर और वयस्क इनपेशेंट क्षेत्रों में पंजीकृत नर्सों के लिए 14.5 प्रतिशत रिक्ति दर थी। बोर्ड को बताया गया था कि अंतरराष्ट्रीय नर्सों के ट्रस्ट में शामिल होने के बाद वयस्क इनपेशेंट वाडरें में रिक्ति दर घटकर 7.6 प्रतिशत रह गई।
गौरतलब है कि देश में बढ़ती लागत और वेतन वृद्धि की मांग के बीच 15 दिसंबर, 2022 को, राज्य द्वारा वित्त पोषित एनएचएस की नर्सों ने संघ के 106 साल के इतिहास में अपनी पहली राष्ट्रव्यापी हड़ताल की। 76 अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग एक लाख नर्सें हड़ताल पर चली गईं।
पिछले महीने, ब्रिटेन के सबसे बड़े नर्सिंग संघ ने सेवा छोडऩे की चेतावनी दी थी। रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग के आंकड़ों से पता चलता है कि पूरे ब्रिटेन में अपने करियर के शुरुआती चरणों में लगभग 43 हजार नर्सों ने नौकरी छोड़ दी है और लागभग 47 हजार नर्सिंग पद देश में खाली हैं।