दालों की कीमतों में आई कमी, गृहणियों की टेंशन हुई कम
देश में टमाटर के बाद अक्टूबर महीने में दाल के दाम में काफी बढ़ोतरी हुआ है। बाजार में इन दिनों चने का दाल 100 रुपए प्रति किलो से 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। ऐसे में गृहणियों की टेंशन काफी बढ़ गई है, वही गृहणियों के इस टेंशन को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने कवायत किया और बाजार में चना का दाल आधे दाम पर बिकवाना शुरू कर दिया। केंद्र सरकार के पहल पर एनसीसीएफ (NCCF) देश में करीब 500 वाहनों से दाल उपभोक्ताओं को सस्ते रेट पर उपलब्ध करा रहा है।।एनसीसीएम के द्वारा वाराणसी में स्टॉल लगाकार चना दाल 60 रुपए से 55 रुपए किलो बेचा जा रहा है।
40 से 50 रुपए तक दाल के दाम में हुई बढ़ोतरी, उपभोक्ता हुए परेशान
वाराणसी के मंडी में इन दिनों दाल के साथ खाद्य स्माग्रियों के दाम काफी बढ़ गया है। पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी विशेश्वरगंज में खाद्य सामग्रियों में हुई बढ़ोतरी की वजह से अगामी त्योहार को लेकर उपभोक्ता काफी परेशान है। सितंबर माह में 60 से 65 रुपए प्रति किलो बिकने वाला दाल अक्टूबर में 100 से 120 रुपए बिक रहा है, जबकि सितंबर में 120 से 130 रुपए प्रति किलो बिकने वाला अरहर दाल इन दिनों 170 से 180 रुपए प्रतिकीलो बढ़ गया है। ऐसे ही चीनी, आटा, बेसन, सूजी और मैदा सहित तमाम खाद्य समाग्रियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
उपभोक्ताओं को राहत देने में जुटी सरकार, बाजार से आधे दाम पर बिकवा रही दाल
उपभोक्ताओं की परेशानी देखते हुए NCCF बाजार से आधे दाम पर चना दाल मुहैया करवा रही है। एनसीसीएफ़ के अध्यक्ष विशाल सिंह की माने तो सरकार के आवाह्न पर वह दाल को आधे दाम पर उपभोक्ताओं के पास पहुंचा रहे है। उन्होंने बताया कि त्योहारों से पहले खाद्य समाग्रियों के दाम में होने वाली बढ़ोतरी को लेकर सरकार सजग है। दाल के साथ ही 25 रुपए प्रति किलो प्याज उपभोक्ताओं को देने का प्लान है। यदि इस दाम में बाजार में दाल और प्याज बेचा जाएगा, तो बिचौलिया और जमाखोरी के वजह से बढ़ने वाले खाद्य समाग्रियों के दाम में अंकुश लगाया जा सकता है। विशाल सिंह ने बताया कि इससे पहले यह प्रयोग टमाटर के साथ किया गया है, वही प्रयोग अब दाल और प्याज के साथ किया जा रहा है।