Sunday, September 8, 2024
जीवन शैलीहेल्थ

सुबह-सुबह नियमित पांच मिनट करें ये योगासन, रहेंगे स्वस्थ

मानसिक और शारीरिक स्तर की तमाम समस्याओं के निवारण के लिए योग लाभदायक होता है। नियमित योगासन के अभ्यास से मानव शरीर की कई बीमारियों को आप जड़ से खत्म कर सकते हैं, वहीं मानसिक तनाव और ऊर्जा को भी बढ़ा सकते हैं। जीवन में सुख और शांति के लिए एक मजबूत शरीर के साथ ही प्रबल मस्तिष्क की भी जरूरत होती है। भावनात्मक शरीर का अनुभव जीवन आसान और सुखमय बना सकता है।

आपकी दैनिक दिनचर्या हो या नौकरी हो, सही प्रेरणा के बिना नीरस और उबाऊ हो जाती है। ऐसे में योग आपके दिन की शुरुआत भी ऊर्जा और उत्साह के साथ करने में मदद करता है। सुस्त मन और शरीर से बाहर निकलने के लिए बेहतर ऊर्जा के साथ अपने दिन की शुरुआत करने के लिए प्रतिदिन सुबह खुद को पांच मिनट दें। इन पांच मिनट में आप ऐसे योगासन का अभ्यास करें जो आपके मस्तिष्क में ऊर्जा का प्रवाह करें। चलिए जानते हैं ऊर्जावान होने के लिए रोजाना सुबह किए जाने वाले योगासन के बारे में।

भुजंगासन

ये आसन शरीर को लचीला बनाता है औ पेट की चर्बी भी कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के लेट जाएं। अपनी दोनों हथेलियों को फर्श पर कंधे की चौड़ाई से अलग रखते हुए शरीर के निचले भाग को जमीन पर रखें। सांस लें और शरीर के ऊपरी भाग या छाती को फर्श से ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए शरीर को फर्श पर दोबारा ले जाएं।

ताड़ासन

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों की एड़ियों और पंजों को बीच कुछ दूरी रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को कमर की सीध में ऊपर उठाते हुए हथेलियों और उंगलियों को मिला लें। गर्दन सीधी रखें और नजर सामने करते हुए पैरों की एड़ियों को ऊपर की ओर उठाएं और पूरे शरीर को भार पंजो पर करें। पेट को अंदर करते हुए इस पोज मेंं संतुलन बनाएं रखें।

सुखासन

इसे क्रॉस लेग सिटिंग पोज भी कहते हैं। इस आसन को करने के लिए ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। अब पीठ के पीछे से दाहिने हाथ की मदद से अपनी बाईं कलाई को पकड़ें। अब कंधों को पीछे खींचते हुए सांस लें। फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने सिर को दाहिने घुटने से छुएं। फिर से सांस लेते हुए पुन: की स्थिति में आ जाएं।

त्रिकोणासन

इस योग को करने के लिए अपने दोनों पैरों को फैला लें और हाथों को बाहर की तरफ निकाल कर बाहर की ओर खोलें। अब सीधे हाथ को धीरे-धीरे नीचे की तरफ पैर की ओर लाएं। कमर को नीचे की ओर झुकाते हुए नीचे देखें। सीधी हथेली को जमीन पर रखें। उल्टे हाथ को ऊपर की ओर ले जाते हैं। यह प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराई जाती है।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।