Thursday, December 26, 2024
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मौसम के विपरीत चारधाम यात्रा हो सकती है घातक, मौसम का अपडेट लेकर ही करें यात्रा

उत्तराखंड: जहां एक तरफ पूरा मैदानी क्षेत्र सूर्य की तपिश से सुलग रहा है तो वही उत्तराखंड का चार धाम मार्ग अभी भी खराब मौसम के कारण यात्रा में व्यवधान डाल रहा है। खासतौर से केदारनाथ की यात्रा खराब मौसम के कारण कपाट खुलने के बाद से ही मौसम की मेहरबानी पर ही चल रही है। कई ऐसे मौके आ चुके हैं जिसमें खराब मौसम के कारण यात्रा को रोकना पड़ा।

पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार खराब हो रहा था जिस कारण विशेष तौर पर केदारनाथ यात्रा बाधित हो रही थी लेकिन अब मौसम ने करवट बदली है तो केदारनाथ के साथ ही अन्य भागों में भी यात्रियों की संख्या में उनके तौर पर बढ़ोतरी होने लगी है। पहले दिन कपाट खुलने के दिन को छोड़ दिया जाए तो धाम आने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और चारों धामों में अब तक 1७ लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

स्कूलों के ग्रीष्मावकाश के साथ ही यात्रा में और अधिक तेजी दिखाई देगी और यात्रियों की संख्या में अभी बढ़ोतरी की प्रबल उम्मीदें हैं। मौसम की आंख मिचौली के बीच केदारनाथ के लिए अब यात्रियों को रवाना किया जाने लगा है जिसके लिए सोनप्रयाग से यात्रियों का स्वास्थ्य एवं पंजीकरण कर उन्हें आगे भेजा जा रहा है।

केदारनाथ की अपेक्षा थोड़ी आसान समझी जाने वाली बद्रीनाथ यात्रा में भी यात्रियों की संख्या अभूतपूर्व तरीके से बढ़ोतरी की ओर है और यहां मौसम भी यात्रा के अनुरूप बना हुआ है। खराब मौसम का असर चारों धाम की यात्रा पर पड़ा है लेकिन इससे यात्रियों के जोश और श्रद्धा में कोई अंतर दिखाओ ऐसा कहीं नजर नहीं आया। यात्रियों के लिए राज्य सरकार ने व्यापक प्रबंध किए हैं लेकिन जिस प्रकार से यात्रियों की संख्या बढ़ रही है उसे देखते हुए एक चिंता यह भी है कि क्या आने वाले दिनों में सरकार की है व्यवस्था यात्रियों की संख्या के अनुरूप चल पाएगी? यात्रा की शुरुआत के दौरान कुछ बुजुर्ग श्रद्धालुओं की मृत्यु की हुई तो वही एक हेलीकॉप्टर हादसे में उत्तराखंड सरकार के एक अधिकारी को हेलीकॉप्टर की चपेट में आने से जान देनी पड़े। इन घटनाओं के बावजूद एक बार फिर हेली टिकट ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है और यात्रियों में केदारनाथ की हवाई यात्रा का जुनून किस प्रकार से है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आगामी 15 दिनों तक के लिए एल ई सेवा पंजीकरण उपलब्ध नहीं है।

आने वाले दिनों में उत्तराखंड का चार धाम यात्रा मार्ग यात्रियों से और अधिक संख्या में गुलजार होने वाला है और यही समय होगा उत्तराखंड पुलिस एवं स्थानीय जिला प्रशासन की कड़ी परीक्षा होगी। खासतौर से सड़क मार्ग पर सुरक्षा एवं धार्मिक स्थलों की की गरिमा व मर्यादा को बनाने के प्रति सजग रहने के लिए यात्रा टीमों को तैयार रहना होगा। यात्रा मार्ग पर कुछ यात्रियों द्वारा देव भूमि की गरिमा के अनुरूप आचरण नहीं किया जा रहा है जिसके बाद ऐसे यात्रियों के खिलाफ व्यापक तौर पर कार्रवाई भी की गई है। यात्रियों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वे एक धार्मिक यात्रा पर हैं और इन परिस्थितियों में किसी भी प्रकार से शराब या दूसरे गरिमा विरुद्ध क्रियाकलापों से बचना चाहिए।

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