Thursday, December 5, 2024
उत्तराखंड

भारत- नेपाल सीमा पर निकली “हिटो बॉर्डर” तिरंगा यात्रा, पारंपरिक छोलिया नृत्य के बीच तिरंगा यात्रा ने 65 किलोमीटर दूरी की तय

धारचूला- झूलाघाट: आजादी के अमृत काल में सीमान्त सीमान्त गांवों,,वाइब्रेंट विलेज की परिकल्पना को धरातल पर साकार करने के उद्देश्य को लेकर स्वाधीनता दिवस के मौके पर भारत-नेपाल बॉर्डर पर “हिटो बॉर्डर” तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुफाल के नेतृत्व में धारचूला के गर्ब्याल गांव के शहीद स्मारक स्थल से ललित सिंह गर्ब्याल को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुई इस हिटो बॉर्डर यात्रा में शहीद ललित सिंह की माता द्वारा ध्वजारोहण किया गया।

” हिटो बॉर्डर” तिरंगा यात्रा भारत नेपाल सीमा के गर्ब्यांग गांव से शुरू होकर धारचूला, कालिका, बलुवाकोट,जौलजीबी, बगड़ीहाट, तीतरी, घिगरानी, दौलासेरा, बगड़ीगांव,सुनखोली, ड्योढ़ा, अमतड़ी, तालेश्वर, गिठी गाढ़ा, झुलाघाट होते हुए शहीद भवानी चंद के गांव कानडी में उनके पैतृक आवास में श्रद्धांजलि देने के साथ ही समापन हुई।

हिटो बॉर्डर तिरंगा यात्रा के दौरान गर्बयांग गांव से कानड़ी गाँव तक 65 किलोमीटर की यात्रा के दौरान 5000 के करीब लोग इस यात्रा के साक्षी बने। यात्रा में इस क्षेत्र में रहने वाले पूर्व सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक एसएसबी के जवान अधिकारी भी शामिल हुए।

उत्तराखंड के इस दूरस्थ सीमा क्षेत्र से लगे लोगों का यात्रा के प्रति उत्साह देखते ही बन रहा था। यात्रा के दौरान इस क्षेत्र में रहने वाले 35 शहीद परिवारों के आश्रितों को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। यात्रा में शामिल तिरंगा यात्रियों पर जगह-जगह पर पुष्प वर्षा लोगो का उत्साह वर्धन कर रहा था । यात्रा में शामिल लोग स्थानीय परिधानों में भी देखे गए।

इस दौरान अल्मोड़ा पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा , केरल के पूर्व डीजीपी के एस जंगपांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, सुनीता कन्याल, राजेश्वरी देवी, अशोक नबियाल, राजेंद्र रावत, मनोज सामंत, महिमन कन्याल,गेहराज पांडेय,रुकुम सिंह, प्रमोद ऐरी,संजीव जोशी,भूपाल भट्ट, कुंदन बोरा,गणेश राम,हरीश धामी सहित दर्जनों कार्यकर्ता वह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि इस यात्रा के हिस्सा बने।

“तिरंगा यात्रा अपनी माटी अपना देश के सपने को साकार करते हुए आज मेरी लोकसभा क्षेत्र के धारचूला व डीडीहाट विधानसभा के सीमा से लगे गावो में शहीद व उनके परिजनों को तिरंगा यात्रा के रूप में याद कर उनके बलिदा नो को याद किया गया।प्रधानमंत्री के प्रति सीमा में बसे लोगो का उत्साह विशेष रूप से झलक रहा है”।

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