#DevbhoomiVikas: विरासत को नमन, विकास को नई गति; CM धामी ने चमोली में की बड़ी घोषणाएं—कुरुड़ और अनसूया देवी मंदिर का होगा कायाकल्प
पीपलकोटी मेले में मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान: लॉर्ड कर्जन मार्ग अब कहलाएगा ‘नंदा-सुनंदा मार्ग’। स्थानीय उत्पादों और स्वयं सहायता समूहों को मिला संबल; सख्त भू-कानून और अतिक्रमण मुक्ति से सुरक्षित होगी देवभूमि की संस्कृति।
💡 समाचार रिपोर्ट: आस्था के केंद्रों का सौंदर्यीकरण और आत्मनिर्भर ग्रामीण आजीविका
पीपलकोटी (चमोली): मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चमोली जनपद के सेमलडाला, पीपलकोटी में आयोजित 24वें बंड विकास औद्योगिक, पर्यटन, किसान एवं सांस्कृतिक मेले में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर चमोली की धार्मिक आस्था और पर्यटन की संभावनाओं को नई ऊँचाई देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो स्थानीय निवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगी।
आस्था के केंद्रों और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए ऐतिहासिक घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड की पहचान यहाँ के मंदिरों और लोक संस्कृति से है। उन्होंने निम्नलिखित विकास कार्यों की घोषणा की:
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धार्मिक कायाकल्प: राजराजेश्वरी मंदिर, कुरुड़ का सौंदर्यीकरण और अनसूया देवी मंदिर, मंडल में यात्रियों के लिए आधुनिक विश्राम गृह का निर्माण।
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सांस्कृतिक सम्मान: औपनिवेशिक काल के ‘लॉर्ड कर्जन मार्ग’ का नाम बदलकर अब ‘नंदा-सुनंदा मार्ग’ रखा गया है, जो हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
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आधारभूत सुविधाएं: नंदा देवी राजजात यात्रा मार्ग पर पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाओं का विकास तथा सेमलडाला खेल मैदान का विस्तारीकरण।
‘वोकल फॉर लोकल’ से सशक्त होती ग्रामीण महिलाएं
मुख्यमंत्री ने मेले में स्थानीय उत्पादों की सराहना करते हुए एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि अब राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले सभी स्मृति-चिन्ह और भेंट स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे हैं।
“जब हम स्थानीय उत्पादों को अपनाते हैं, तो हम सीधे तौर पर अपने गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं। ‘हाउस ऑफ हिमालय’ और ‘होमस्टे योजना’ इसी आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारे बड़े कदम हैं।” — पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
सख्त भू-कानून और अतिक्रमण पर प्रहार
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में देवभूमि की सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि अब तक 10 हजार एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। राज्य में सख्त भू-कानून लागू किया गया है ताकि उत्तराखंड की जनसांख्यिकी और सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखा जा सके।
पर्यटन का नया हब बनता चमोली
मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ और बद्रीनाथ मास्टर प्लान के साथ-साथ रोपवे और रेल परियोजनाओं से चमोली और पूरे उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। वर्तमान में राज्य में 800 से अधिक होमस्टे संचालित हैं, और उत्तराखंड अब एक प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी विश्व मानचित्र पर उभर रहा है।
इस अवसर पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट सहित कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

